भारत एक महान राष्ट्र है। परन्तु आजकल यह सामाजिक उथल-पुथल का गवाह बन गया है। विभिन्न समूहों के बीच संघर्ष बढ़ते जा रहे हैं, जिससे देश की प्रगति पर {प्रभाव{ पड़ रहा है।
यह उथल-पुथल लोगों का रोज़मर्रा भी प्रभावित कर रही है और उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रबंधन के लिए सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है ताकि देश एकजुट हो सके और सबको एक साथ प्रेरणा मिले।
शहरों में क्राइम की बढ़ती घटनाओं से चिंता
आजकल आम जनता की सुरक्षा एक मुख्य मुद्दा बन गया है। हर दिन हमें घटनाएं बढ़ रही हैं, जो हमें चिंताजनक कर रहा है। यह देखकर बहुत ही दुख होता है कि अब छोटे मामलों में भी आम नागरिकों को पीड़ा हो रही है।
यह गंभीर समस्या है जिसे साथ मिलकर काबू में लाना होगा। हमें अपने अधिकारियों को
समझाना होगा कि यह मुद्दा कितना ज्वलंत है ।
आर्थिक सुधारों पर बहस तेज़ हुई
सरकार के द्वारा हाल ही में किए गए नए/कुछ/विशिष्ट आर्थिक सुधारों ने देश भर में प्रतिष्ठित/व्यापक/उत्तेजक बहस को जन्म दिया है। कुछ लोग इन सुधारों का सराहना करते हैं, यह कहते हुए कि वे दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करेंगे, जबकि अन्य लोगों का सवाल है क्योंकि उन्हें यह डर है कि ये सुधार गरीबों/निचले तबके/अल्पसंख्यकों पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा। इस बहस का फलस्वरूप/परिणामस्वरूप/तत्काल परिणाम अभी भी धुंधला है, और आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इन सुधारों को कैसे लागू करेगी और उनका क्या उद्देश्य प्राप्त होता है।
शिक्षा नीति में नया आयाम
विजन इस नई शिक्षा नीति का महत्वपूर्ण है युवाओं को सतत ज्ञान और कौशल प्रदान करना । यह शिक्षण check here में निर्माण लाकर कम्युनिटी के विकास में योगदान देगी।
प्रमुख रूप से , शिक्षा विषय-वस्तु पर ध्यान केंद्रित करती थी, जबकि विकासोन्मुख नीति ज्ञान प्राप्ति पर अधिक जोर देती है।
- यह छात्रों को निरंतर शिक्षा के लिए तैयार करेगा।
- नए पाठ्यक्रम प्रौद्योगिकी में समायोजन करेंगे।
- जीवन भर सीखने को प्रोत्साहित करेगा।
प्रकृति का प्रकोप: भूकंप और बाढ़
अनुप्राणित आपदाओं में से दो
बाढ़ और भूकंप सबसे खतरनाक हैं। भूकंप स्थानिक शक्तियों का अचानक संपर्क है जो
भूमि को दर्शाता है। बाढ़ तो जलस्तर में वृद्धि का परिणाम होती है जो
क्षेत्रों को बाधित करती है। दोनों ही आपदाएँ समाज के लिए हानिकारक होती हैं।
भारत में प्रौद्योगिकी का नवीन युग
विश्व के प्रमुख देशों में शामिल/स्थापित/समावेशी होने पर भी, भारत अपनी टेक्नोलॉजी में नया आयाम प्रदान करता है। आधुनिक/नवीन/उन्नत तकनीकों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को दीर्घकालिक/अत्याधिक/प्रेरणादायक परिवर्तन लाना शुरू कर दिया है।
डिजिटल/उन्नत/चौथी औद्योगिक क्रांति से भारत तेजी से लाभ उठा रहा है, जो नेटवर्किंग/संचार/व्यवसाय क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है। भारतीय युवा/निरंतरता/शिक्षित जनसंख्या अपनी कौशल/प्रतिभा/योग्यता के साथ नई पद्धतियों/तरीकों/विधियों का निर्माण कर रही है, जो भारत को वैश्विक टेक्नोलॉजी नेता बना सकती हैं।